राहें
हर राह जो बुलाये है तुझे, तेरी मंज़िल नहीं है यकीनन
हर शख़्स जो रूबरू है तुझसे, तेरा हमसफ़र नहीं है यकीनन
मगर हर रास्ते और हर रिश्ते की एहमियत है यकीनन
हर तजुर्बा है अहम, हर पल हकीकत है यकीकन
जिस राह चला है तू, बस रखना उस पे यकीन
गर हौंसला है मन में, तो जीत है यकीनन
माना तेरे कदमों में, आसमाँ नहीं है अभी,
चलना धरती पे यकीं से, ये जहाँ होगा तेरा यकीनन