सीख लिया
हर दुख में मुस्कुराना सीख लिया,
हर गम को अब जीना सीख लिया,
किसी और पर भरोसा नहीं मुझे,
अब खुद पर भरोसा करना सीख लिया।
जिसको भी दोस्त माना मैने
वो दगा दे गया,
ना जाने किस गलती की
मुझे वो सज़ा दे गया।
हर मोड़ पर गिरकर अब
संभलना सीख लिया,
दिल मोम का था पहले
अब इसे पत्थर का करना सीख लिया,
जितना रोना था रो लिया मैने,
अब इन आँसूओ को पीना सीख लिया।